वर्ष 2024 तक प्रदेश की ग्रामीण आबादी को मिलने लगेगा शुद्ध पेयजल


लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने जल जीवन मिशन के तहत बनाई कार्ययोजना 


भोपाल | केन्द्र सरकार की नवीन "जल जीवन मिशन " योजना के तहत शुद्ध पीने के पानी से वंचित प्रदेश की लगभग 82 प्रतिशत ग्रामीण आबादी के हर घर को वर्ष 2024 तक घरेलू नल कनेक्शन के ज़रिये नियमित स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लक्ष्य को पूरा करने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की भोपाल और नर्मदापुरम संभाग के भोपाल,विदिशा,रायसेन,राजगढ़,सीहोर,बैतूल,होशंगाबाद तथा हरदा ज़िले के विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की कार्यशाला बाणगंगा चौराहा स्थित जल भवन में आज विभाग के प्रमुख अभियंता सीएस संकुले के मुख्य आतिथ्य में आयोजित की गई | 


इस मिशन के तहत सूबे के समस्त गाँवों के प्रत्येक घर को प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 55 ली. के हिसाब से शुद्ध पेयजल प्रदाय करने की स्थाई व्यवस्था कराना है | जल जीवन मिशन योजना के क्रियान्वयन में सामान्य आबादी वाले गाँवों में लगने वाली लागत का 10 प्रतिशत तथा अनुसूचित जाति व जनजाति बहुल गाँवों में जनसहभागिता का हिस्सा सिर्फ 5 प्रतिशत रहेगा | 


कार्यशाला में मिशन के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को शत प्रतिशत हासिल करने के लिए विभाग, पंचायतों, गैर शासकीय संस्थानों और ग्रामवासियों की भूमिका, साझेदारी एवं दायित्व तय करने के साथ सरकार की मंशा अनुरूप योजना के तहत ग्रामीणजनों को नियमित शुद्ध पेयजल की व्यवस्था के साथ-साथ पानी की बचत और इसके सदुपयोग का संदेश देने पर विचार मंथन साझा किए गए |  


कार्यशाला में मिशन के उद्देश्य व दिशा-निर्देशों के तहत योजना को अमली जामा पहनाने यूनिसेफ और दुसरे विषय विशेषज्ञों द्वारा विभाग के मौजूद अधिकारियों व कर्मचारियों को मार्गदर्शन दिया गया | इस मौके पर भोपाल परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता ए.के.जैन भी उपस्थित थे |